झिंजियांग, 6 नवंबर (आईएएनएस)। चीन के झिंजियांग में गुरुवार को भूकंप के झटकों से धरती डोल गई। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.7 आंकी गई। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने यह जानकारी दी है।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार झिंजियांग में 220 किमी की गहराई पर भूकंप का केंद्र था। भूकंप की चपेट में आने से जानमाल का कितना नुकसान हुआ है, इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है।
वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार 6 नवंबर को सुबह 6 बजकर 32 मिनट 18 सेकेंड पर भूकंप आया। इससे पहले चीन में 26 अक्टूबर को 4.9 की तीव्रता का भूकंप आया था, जिसकी गहराई 130 किलोमीटर थी।
कम गहराई वाले भूकंप आमतौर पर गहराई वाले भूकंप से ज्यादा विनाशकारी होते हैं। चीन की भौगोलिक स्थिति की वजह से भूकंपीय गतिविधियों को लेकर इसे संवेदनशील माना जाता है।
चीन दो सबसे बड़ी भूकंपीय पट्टियों, प्रशांत महासागरीय भूकंपीय पट्टी और हिंद महासागरीय भूकंपीय पट्टी के बीच स्थित है। यहां प्रशांत, हिंद महासागरीय और फिलीपींस प्लेट के आपसी दबाव के कारण भूकंप आने का खतरा ज्यादा रहता है।
चीन के विज्ञान संग्रहालयों के अनुसार, 1900 से अब तक चीन में भूकंपों में 5,50,000 से अधिक लोग मारे गए हैं, जो कुल वैश्विक भूकंप हताहतों का 53 प्रतिशत है।
1949 से अब तक, चीनी नगर पालिकाओं और स्वायत्त क्षेत्रों में 100 से ज्यादा विनाशकारी भूकंप आ चुके हैं, जिनमें से 14 पूर्वी चीन में आए हैं। इसकी वजह से 270,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। यह आंकड़ा चीन में प्राकृतिक आपदाओं से हुई कुल मौतों का 54 प्रतिशत है।
भूकंप प्रभावित जिलों का क्षेत्रफल 300,000 वर्ग किलोमीटर है, जहां 70 लाख से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचाया है। विशेषज्ञों का कहना है कि भूकंप और अन्य प्राकृतिक आपदाएं चीन के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई हैं। शांतिपूर्ण समय में भी भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाएं चीन के लिए सबसे कठिन दौर लेकर आती हैं।
--आईएएनएस
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