सिवान, 20 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार दौरे के दौरान प्रदेशवासियों को पाटलिपुत्र से गोरखपुर रेलवे लाइन पर नई वंदे भारत ट्रेन की सौगात दी। नई वंदे भारत मिलने से प्रदेशवासियों में काफी उत्साह है। ट्रेन के लोको पायलट जयंत कुमार सिन्हा ने ट्रेन को उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को आपस में जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी बताया।
मुजफ्फरपुर सोनपुर डिवीजन के लोको पायलट जयंत कुमार सिन्हा ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया, "वंदे भारत 'मेड इन इंडिया' है, यह सभी सुविधाओं से लैस है। दुर्घटना की कोई भी संभावना नहीं है। 100 प्रतिशत यह पूरी तरह से सुरक्षित और हाई स्पीड ट्रेन है। यह ट्रेन 110 किमी/घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। वहीं, आगे आने वाले समय में इसकी स्पीड 130, 140 और 160 किमी/घंटा हो सकती है।"
उन्होंने कहा, "यह वंदे भारत उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को जोड़ने का काम करती है। बिहार और यूपी के लोगों में यह सबसे बड़ा आपसी प्रेम है। पीएम मोदी का मैं धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने इस ट्रेन की सौगात दी। उम्मीद है आने वाले दिनों में बिहार के लोगों को और भी ट्रेनें मिलेंगी। इस ट्रेन के कारण पांच से छह घंटे की बचत होगी। भविष्य में ट्रेन की स्पीड बढ़ेगी तो समय की भी बचत होगी।"
रेलवे बोर्ड में सूचना एवं प्रचार के कार्यकारी निदेशक (ईडीआईपी) दिलीप कुमार ने भी इस एक्सप्रेस को अहम बताया। उन्होंने कहा, "बिहार को नई वंदे भारत ट्रेन मिल रही है। इससे पाटलिपुत्र और गोरखपुर की कनेक्टिविटी बढ़ेगी। इसके रूट में पड़ने वाले क्षेत्र कई ऐतिहासिक स्थलों के लिए पहचाने जाते हैं। वैशाली का स्तूप, महावीर की जन्मस्थली, चंपारण किसान आंदोलन का क्षेत्र, और मोतिहारी भी इसी रूट पर पड़ रहे हैं। साथ ही नेपाल से कनेक्टिविटी में भी इस ट्रेन की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।"
उन्होंने कहा, "पाटलिपुत्र से गोरखपुर का सफर करीब 7 घंटे का होगा। एग्जीक्यूटिव क्लास में किराया 1820 और एसी चेयर कार का किराया 925 रुपए होगा। वंदे भारत ट्रेन अपनी आधुनिक डिजाइन और सेफ्टी फीचर्स के लिए जानी जाती है। कई एडवांस्ड सिस्टम इस ट्रेन में हैं, जो इसे युवाओं की पहली पसंद बना रहे हैं।"
--आईएएनएस
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