भागलपुर, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी पीएम जन औषधि योजना का लाभ देशभर में जरूरतमंदों तक पहुंच रहा है। सस्ती दवाइयों की उपलब्धता ने आम लोगों पर इलाज का बोझ काफी हद तक कम कर दिया है।
इसी कड़ी में बिहार के भागलपुर रेलवे स्टेशन परिसर में संचालित पीएम जन औषधि केंद्र लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यहां न सिर्फ दवाइयां बाजार से बेहद कम कीमत पर उपलब्ध हो रही हैं, बल्कि दुकानदार जरूरत पड़ने पर गरीब मरीजों को दवाइयां मुफ्त में भी उपलब्ध कराते हैं।
स्टेशन स्थित जन औषधि केंद्र पर भागलपुर निवासी गोविंद अग्रवाल आईएएनएस से बातचीत के दौरान भावुक हो गए। उन्होंने नम आंखों से कहा, "बाजार में मिलने वाली हजार रुपए की दवा सिर्फ 300 रुपए में मिल जाती है। प्रधानमंत्री मोदी जैसा कोई नहीं है। पीएम मोदी जनता की भलाई के लिए जो कर रहे हैं, उन्हें मेरी उम्र लग जाए।"
गोविंद अग्रवाल ने दोहराया कि उनकी कई महंगी दवाइयों पर होने वाला खर्च पीएम जन औषधि केंद्र से खरीदने पर काफी घट गया है। उन्होंने कहा कि जो दवाएं बाहर हजारों में मिलती हैं, वही यहां कुछ सौ रुपए में उपलब्ध हैं। मोदी जी इसी तरह जनता के लिए काम करते रहें, यही हमारी इच्छा है।
रेलवे स्टेशन से गुजरने वाले कई यात्रियों और स्थानीय लोगों ने बताया कि महंगी दवाइयों के कारण इलाज कराना मुश्किल हो जाता था, लेकिन जन औषधि केंद्र ने उनकी बड़ी समस्या समाप्त कर दी है। अब लोग आसानी से गुणवत्तापूर्ण और सस्ती दवाइयां लेकर अपना इलाज करा रहे हैं।
लाभुक कामेश्वर प्रसाद साह ने बताया कि यह केंद्र गरीबों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यहां वैसी दवाइयां भी बहुत सस्ती मिलती हैं, जो बाहर काफी महंगी होती हैं।
जन औषधि केंद्र के संचालक अजित कुमार ने बताया कि उनकी दुकान पर लगभग हर जरूरी कंपोजिशन की दवाइयां उपलब्ध रहती हैं।
उन्होंने कहा, "भविष्य में कोशिश है कि हर तरह की दवाइयां भी यहां आसानी से उपलब्ध हो सकें। कई बार गरीब मरीजों के पास पैसे नहीं होते, तब हम मुफ्त में भी दवा दे देते हैं। बाजार में 3 से 4 हजार रुपए की दवाएं यहां 400-500 रुपए में मिल जाती हैं। यही कारण है कि लोग यहां से दवाइयां लेकर बचत के साथ ही अच्छा इलाज करवाने में सफल हो रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि इस योजना से हजारों लोग लाभान्वित हो रहे हैं और मरीजों को राहत देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हैं।
--आईएएनएस
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