बिहार विधानसभा चुनाव: क्या आरा सीट पर फिर से खिलेगा कमल या लेफ्ट को मिलेगी जीत?

आरा विधानसभा सीट पर फिर कमल खिलेगा या बाजी बदलेगी

पटना, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार की आरा विधानसभा सीट उन चुनिंदा सीटों में से एक है, जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने वर्तमान विधायक का टिकट काटकर नए उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतारा है। भाजपा ने मौजूदा विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह का टिकट काटकर संजय सिंह टाइगर को उम्मीदवार बनाया है।

2020 के विधानसभा चुनाव में अमरेंद्र प्रताप सिंह ने भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की थी, जब उन्होंने सीपीआई (एमएल) के उम्मीदवार कयामुद्दीन अंसारी को 3,002 वोटों के मामूली अंतर से हराया था। हालांकि, इस बार पार्टी ने उन पर भरोसा नहीं जताया। दूसरी ओर, 2025 के चुनावी रण में सीपीआई (एमएल) ने एक बार फिर कयामुद्दीन अंसारी को अपना उम्मीदवार बनाया है।

इस सीट के इतिहास में जाएं तो भाजपा ने साल 2020 में जीत हासिल की। इस चुनाव में नीतीश कुमार के साथ मिलकर भाजपा ने चुनाव लड़ा था। हालांकि, कांटे की टक्कर देखने को मिली थी। कभी भाजपा के उम्मीदवार बढ़त बनाते दिखे तो कभी सीपीआई(एमएल) के उम्मीदवार। 2015 के विधानसभा चुनाव में एनडीए से अलग होकर नीतीश कुमार ने राजद के साथ हाथ मिलाकर चुनाव लड़ा। इस सीट पर राजद के उम्मीदवार ने जीत हासिल की। भाजपा के उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा। लेकिन, जीत और हार का अंतर 1000 वोटों से कम था।

2010 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार एनडीए के साथ थे। भाजपा ने इस सीट पर जीत हासिल की। 2005 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा ने जीत हासिल की।

पिछले चार चुनावों के समीकरण पर ध्यान दें तो इस सीट पर एनडीए के उम्मीदवार ने तीन बार जीत हासिल की है। इस बार भी एनडीए उम्मीद लगाए बैठी है कि वह इस सीट को निकालने में कामयाब होगी।

इस विधानसभा में कुल जनसंख्या 573472 है, जिसमें पुरुषों की जनसंख्या 305776 और महिलाएं 267696 हैं। चुनाव आयोग के डाटा के अनुसार, कुल मतदाता 334622 हैं, जिनमें पुरुष 180180, महिलाएं 154438, और थर्ड जेंडर के 4 मतदाता हैं।

पटना से 50 किलोमीटर दूरी पर गंगा-सोन के किनारे बसा यह शहर जैन, हिंदू और इस्लामी विरासत का संगम है। आरा धार्मिक शांति और इतिहास प्रेमियों के लिए परफेक्ट वीकेंड गेटअवे है। यहां कई प्राचीन मंदिर हैं, जहां भक्तों के साल दर साल आने का सिलसिला लगा रहता है।

इतिहासकार बताते हैं कि राजनीतिक तौर पर इस सीट की महत्वता काफी है। वहीं, अगर नजदीक से बिहार को समझना है तो आरा विधानसभा की सीट सटीक जगह साबित हो सकती है।

--आईएएनएस

डीकेएम/डीएससी