नई दिल्ली, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया फ्लाइट क्रैश के छह महीने पूरे हो गए। इस मौके पर प्लेन क्रैश के पीड़ित परिवारों की तरफ से अमेरिकी वकील माइक एंड्रयू ने वडोदरा में आईएएनएस के साथ खास बातचीत की।
अमेरिकी वकील माइक एंड्रयू ने कहा, "प्लेन क्रैश को छह महीने हो गए हैं और वे वही सवाल पूछ रहे हैं जो उन्होंने शुरू में पूछे थे, और वो ये कि क्या हुआ? ये कैसे हुआ? ऐसा किस वजह से हुआ? वे अपने दुख से उबर रहे हैं। वे मुआवजा पाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसका उनसे वादा किया गया था, और वे मौके पर इकट्ठा किए गए अपने पर्सनल सामान को वापस पाना चाहते हैं, और इसलिए परिवारों के मन में अभी भी बहुत सारे सवाल हैं। हम उन सवालों के जवाब देने की कोशिश कर रहे हैं और उन्हें इस प्रोसेस में गाइड कर रहे हैं।"
माइक एंड्रयू ने कहा, "हम जानते हैं कि इस हफ्ते एएआईबी के इन्वेस्टिगेटर नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड के साथ वॉशिंगटन में डेटा, कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर को देख रहे थे। और यह मेरे लिए जरूरी है, क्योंकि जो बातें सामने आई हैं उनमें से एक सुसाइड का एंगल भी है। और इसलिए मैंने हमेशा सोचा है, मैंने कभी सच में इस पर विश्वास नहीं किया, लेकिन हमारे पास अभी तक सारा डेटा नहीं था।"
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अगर कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर साफ होता और उसने ऐसा कहा होता, तो उनके पास डेटा देखने के लिए वॉशिंगटन जाने की कोई वजह नहीं होती।
अमेरिकी वकील ने कहा, "हमें विमान में संभावित इलेक्ट्रिकल प्रॉब्लम के बारे में जानकारी मिली है। हम जानते हैं कि आरएटी डिप्लॉय हो गया था, रैम एयर टर्बाइन इस टेकऑफ में बहुत पहले डिप्लॉय हो गया था। ऐसा आमतौर पर तब तक नहीं होता जब तक कि विमान में कुछ गड़बड़ न हो, जैसे कोई इलेक्ट्रिकल प्रॉब्लम। हम जानते हैं कि सर्वाइवर लाइट के बंद होने और फिर से चालू होने के बारे में बात करता है। यह शायद एक इलेक्ट्रिकल प्रॉब्लम है। इस प्लेन के इलेक्ट्रिकल आर्किटेक्चर के बारे में हम जो समझते हैं, उसके आधार पर, यह भी इस बातचीत का कारण हो सकता है कि आपने कट क्यों किया? यह भी एक इलेक्ट्रिकल प्रॉब्लम हो सकती है। और इसलिए हमने जिन चीजों पर ध्यान दिया है उनमें से एक यह है कि 787 के साथ प्रॉब्लम की हिस्ट्री क्या है? हम यह देख रहे हैं कि प्लेन में इन इलेक्ट्रिकल प्रॉब्लम और उन कारणों के बीच कोई कनेक्शन है जो इंडस्ट्री में नौ या दस साल पहले पता थे।"
एंड्यू ने कहा कि हमने ऐसे हालात सुने हैं जहां परिवारों के पास कोई रिलीज लेकर आया होगा और हस्ताक्षर करने के लिए कहा होगा कि आपको इस पर साइन करना होगा वरना आपको कुछ मुआवजा नहीं मिलेगा। हम उन बातचीत का हिस्सा नहीं रहे हैं और इसलिए मैं सच में नहीं कह सकता कि उनके साथ क्या शेयर किया गया होगा। मैं आपको बता सकता हूं कि यह जांच अभी चल रही है और इस वजह से किसी के लिए भी अभी अपने क्लेम रिलीज करने के लिए हस्ताक्षर करना ठीक नहीं होगा, क्योंकि हमें अभी भी नहीं पता कि क्या हुआ।
उन्होंने कहा कि कोई मनमाना डेडलाइन या टाइमलाइन तय करने के बजाय, हमने हमेशा सबूत और डेटा को फॉलो करना पसंद किया है और इसलिए हमने हिस्ट्री, प्लेन के कुछ दिक्कतों को समझने के लिए एक्सपर्ट्स के साथ काम किया, और इलेक्ट्रिकल सिस्टम को भी समझा है और अगर इलेक्ट्रिकल शॉर्ट होता है तो क्या हो सकता है, यह भी समझा।
--आईएएनएस
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