सौकार जानकी: सिनेमा जगत की ‘लीजेंड’, 7 दशक और 400 से ज्यादा फिल्मों संग पर्दे पर छोड़ी खास छाप

सौकार जानकी: सिनेमा जगत की ‘लीजेंड’, 7 दशक और 400 से ज्यादा फिल्मों संग पर्दे पर छोड़ी खास छाप

मुंबई, 11 दिसंबर (आईएएनएस)। दक्षिण भारतीय सिनेमा की शानदार अभिनेत्री सौकार जानकी ने 7 दशकों में 400 से ज्यादा फिल्मों में शानदार काम कर दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई।

12 दिसंबर 1931 को संयुक्त मद्रास प्रांत के राजामंड्री में कन्नड़ भाषी माधव ब्राह्मण परिवार में जन्मीं शंकरमंची जानकी यानी सौकार जानकी का शुक्रवार को 94वां जन्मदिन है। उन्होंने सात दशकों से भी लंबे करियर में तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और मलयालम की लगभग 400 फिल्मों में काम किया है।

मात्र 15 साल की उम्र में उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो में उद्घोषिका के रूप में काम शुरू किया। उनकी मखमली आवाज सुनकर एक तेलुगु निर्माता ने उन्हें फिल्म में अभिनय का ऑफर दिया, लेकिन परिवार रजामंद नहीं था और उनकी शादी कर दी। फिर भी किस्मत उन्हें सिनेमा के दरवाजे तक पहुंचा दी। दिवंगत मुख्यमंत्री करुणानिधि की लिखी फिल्म ‘कुलक्कोलुंधु’ से उन्होंने अभिनय की दुनिया में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने एमजीआर, जयललिता, एनटी रामाराव, शिवाजी गणेशन, जेमिनी गणेशन, एएनआर, राजकुमार, प्रेम नजीर, नागेश्वर राव, रजनीकांत और कमल हासन जैसे सितारों के साथ काम किया।

तमिलनाडु में करुणानिधि, एमजीआर और जयललिता के तीन मुख्यमंत्रियों के दौर में लगातार सक्रिय रहने वाली सौकार जानकी इकलौती अभिनेत्री हैं। साल 1959 में डॉ. राजकुमार के साथ पहली पैन-इंडिया कन्नड़ फिल्म ‘महिषासुर मर्दिनी’ में उन्होंने काम किया।

सिनेमा में शानदार योगदान देने के लिए उन्हें साल 1968 में तत्कालीन मुख्यमंत्री सीएन अन्नादुराई के हाथों कलाइमामणि पुरस्कार मिला। उन्हें ‘इरुकोडुगल’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का तमिलनाडु राज्य पुरस्कार, दो नंदी पुरस्कार समेत अन्य कई सम्मान मिले। साल 2021 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया।

सौकार जानकी फिल्मों तक सीमित नहीं थीं। फिल्मों के साथ ही उन्होंने 300 से ज्यादा नाटकों में भी अभिनय किया और शुरुआती दिनों में रेडियो कलाकार भी रहीं। उनकी छोटी बहन कृष्णा कुमारी भी मशहूर अभिनेत्री थीं। उनकी पोती वैष्णवी अरविंद आज तमिल-तेलुगू सीरियल्स की मशहूर अभिनेत्री हैं।

--आईएएनएस

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