नई दिल्ली, 28 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लड़कियों और लड़कों के बीच लैंगिक 4 गुड मॉड्यूल को बढ़ावा देने के लिए एक नया ऑनलाइन, जीवन कौशल सीखने का मॉड्यूल 'सीआरआईआईआईओ 4 गुड' लॉन्च किया है। यह कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद, यूनिसेफ और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सहयोग से अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में शुरू किया गया।
इस कार्यक्रम में गुजरात सरकार के शिक्षा मंत्री डॉ. कुबेर डिंडोर, यूनिसेफ की प्रतिनिधि सिंथिया मैककैफ़्रे, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के मानद सचिव जय शाह उपस्थित थे। प्रधान ने मौलिक सिद्धांत के रूप में लैंगिक समानता और समान अवसरों पर एनईपी 2020 के जोर को रेखांकित किया।
उन्होंने कहा, 'सीआरआईआईआईओ 4 गुड' के माध्यम से, खेल की शक्ति और क्रिकेट की लोकप्रियता का उपयोग बालिकाओं को सशक्त बनाने और लैंगिक समानता के बारे में जागरूकता फैलाने के माध्यम के रूप में किया जा सकता है।
उन्होंने उल्लेख किया कि कैसे देश नारी शक्ति वंदन अधिनियम के पारित होने और भारत को महिला-केंद्रित विकास में सबसे आगे ले जाने के साथ इतिहास का साक्षी बना।
स्मृति मंधाना ने स्टेडियम में 1000 से अधिक स्कूली बच्चों के साथ 'सीआरआईआईआईओ 4 गुड' का पहला शिक्षण मॉड्यूल साझा किया। ये मॉड्यूल अत्यधिक आकर्षक हैं, और वे मज़ेदार, इंटरैक्टिव तरीके से लड़कियों और लड़कों के बीच आवश्यक जीवन कौशल और लैंगिक समानता के बारे में बात करने के लिए क्रिकेट की शक्ति का उपयोग करते हैं।
'सीआरआईआईआईओ 4 गुड' लैंगिक समानता को बढ़ावा देने, लड़कियों को जीवन कौशल से अवगत कराने और खेलों में उनकी भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए 8 क्रिकेट-आधारित एनीमेशन फिल्मों की एक श्रृंखला है।
क्रिकेट को लेकर युवा दर्शकों की लोकप्रियता और उनके जुनून का उपयोग करते हुए, आईसीसी और यूनिसेफ ने बच्चों और युवाओं को महत्वपूर्ण जीवन कौशल अपनाने और लैंगिक समानता के महत्व की सराहना करने के लिए प्रेरित करने के लिए ये मॉड्यूल जारी किए।
इनमें आठ मॉड्यूल के विषय हैं, नेतृत्व, समस्या-समाधान, आत्मविश्वास, निर्णय लेना, बातचीत, सहानुभूति, टीम वर्क और लक्ष्य निर्धारण तथा क्रिकेट उदाहरणों का उपयोग करके अत्याधुनिक एनीमेशन के माध्यम से इनकी कल्पना की जाती है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि स्थानीय बारीकियों पर गहन शोध ने इन फिल्मों को वास्तविक और प्रासंगिक बना दिया है।
--आईएएनएस
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