नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारतीय खेल जगत के लिए '22 अक्टूबर' का दिन बेहद खास है। इसी दिन भारत ने ईरान को शिकस्त देकर कबड्डी वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। अहमदाबाद में खेले गए इस खिताबी मुकाबले में भारत ने ईरान को 38-29 से शिकस्त देकर लगातार तीसरी बार खिताब जीता।
शनिवार के इस दिन फैंस को मेजबान भारत से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन उसके सामने ईरान की कड़ी चुनौती थी, लेकिन जीत के हीरो अजय ठाकुर ने लगातार सफल रेड डालते हुए कुल 12 अंक हासिल किए।
भारत की शुरुआत निराशाजनक रही थी। भारत की पहली रेड में अनूप कुमार खाली हाथ लौटे। इसके बाद अजय ठाकुर ने ही भारत का खाता खोलते हुए स्कोर 2-0 कर दिया। दूसरी ओर, मिराज ने ईरान का खाता खोला और बोनस अंक के साथ ईरान ने मुकाबले में 2-2 से बराबरी कर ली।
मिराज दो अंक लेकर ईरान को 9-7 से आगे कर चुके थे, लेकिन भारत ने सुपर टैकल करते हुए स्कोर 10-9 कर लिया। हालांकि, ईरान ने हाफ टाइम तक भारत पर 18-13 की बढ़त हासिल कर ली थी। यहां से ईरान भारत को विश्व कप फाइनल में पहली बार मात देने का सपना देखने लगा था।
ऐसे में दूसरे हाफ में भारत को अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ा। अजय ठाकुर ने लगातार सफल रेड डालते हुए भारत को मुकाबले में 20-20 की बराबरी पर ला दिया।
इस बराबरी के बाद भारत ने ईरान को ऑल आउट करते हुए 24-21 से बढ़त बना ली। यहां से भारत ने मुकाबले में पीछे मुड़कर नहीं देखा और आखिरकार 38-29 से जीत दर्ज कर ली।
यह कबड्डी विश्व कप के फाइनल में भारत की लगातार तीसरी जीत थी। इससे पहले साल 2004 और 2007 में भारत इस खिताब को अपने नाम कर चुका था। रोचक बात यह है कि तीनों बार भारत ने खिताबी मुकाबले में ईरान को ही शिकस्त दी।
साल 2004 में भारत और ईरान अपने-अपने ग्रुप में टॉप पर रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंचे, जहां भारत ने बांग्लादेश को, जबकि ईरान ने कनाडा को शिकस्त देकर फाइनल में जगह बनाई। खिताबी मैच में भारत ने ईरान को 55-27 से हराया।
साल 2007 में भारत ने ईरान को 29-19 से शिकस्त देकर लगातार दूसरी बार खिताब अपने नाम किया। इस विश्व कप में किर्गिस्तान और पाकिस्तान ने भाग नहीं लिया। इस बीच बांग्लादेश और जापान संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे।
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