2014 के बाद पूर्वोत्तर में सेमीकंडक्टर क्षेत्र और बुनियादी ढांचे में सकारात्मक और वास्तविक बदलाव : आईआईटी गुवाहाटी निदेशक

2014 के बाद पूर्वोत्तर में सेमीकंडक्टर क्षेत्र और बुनियादी ढांचे में सकारात्मक और वास्तविक बदलाव : आईआईटी गुवाहाटी निदेशक

गुवाहाटी, 11 जून (आईएएनएस)। आईआईटी गुवाहाटी के निदेशक प्रो. देवेंद्र जलिहाल ने दावा किया कि 2014 के बाद से पूर्वोत्तर में सेमीकंडक्टर और शिक्षा क्षेत्र और बुनियादी ढांचे के विकास में वास्तविक और सकारात्मक बदलाव देखने को मिला है।

मोदी सरकार के 11 वर्ष पूरे होने पर समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत में प्रो. जलिहाल ने बताया कि किस तरह भारतीय रक्षा क्षेत्र में अनुसंधान और विनिर्माण को बढ़ावा मिला है, जिससे अधिक नौकरियां पैदा हुई हैं और भारत अधिक आत्मनिर्भर बना है। जालिहाल ने कहा कि आप जानते हैं कि वर्ष 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने देश के प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाला, उसके बाद बहुत सकारात्मक और वास्तविक बदलाव हुए हैं।

उन्होंने बताया कि किस प्रकार उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना से सेमीकंडक्टर क्षेत्र में क्रांति आई। निदेशक ने कहा कि सेमीकंडक्टर क्षेत्र के लिए वित्तीय सहायता के साथ एक बहुत ही स्पष्ट नीति है। इसकी शुरुआत इलेक्ट्रॉनिक असेंबली के लिए पीएलआई से हुई, जो अब डिजाइन और मेक इन इंडिया पीएलआई, यानी डीपीएलआई की ओर अग्रसर है।

उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर असेंबली, ओएसएटी उद्योग और सेमीकंडक्टर फैब के परीक्षण को दिए गए बड़े प्रोत्साहन पर प्रकाश डाला जाना चाहिए। इससे युवाओं के लिए बड़ी संख्या में बेहतरीन नौकरियां पैदा होंगी और हमारे देश में सेमीकंडक्टर क्रांति शुरू होगी।

जालिहाल ने पूर्वोत्तर के बुनियादी ढांचे के विकास पर मोदी सरकार के तीव्र फोकस पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में रेल, सड़क, वायु और जलमार्गों के लिए दिया गया प्रोत्साहन वास्तव में परिवर्तनकारी है। इससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार पैदा हुआ है और इससे पूर्वोत्तर से बड़े पैमाने पर होने वाले पलायन पर रोक लगी है। इसके अलावा, उन्होंने भारतीय रक्षा क्षेत्र में अनुसंधान और विनिर्माण को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि इसमें हथियारों के शुद्ध आयातक से भारत को हथियारों और आयुधों के निर्यातक में बदलने की क्षमता है।

जलिहाल ने उच्च शिक्षा में नई शिक्षा नीति (एनईपी) के साथ देश में शिक्षा क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए मोदी सरकार की भी प्रशंसा की। इस नीति को छात्रों के लिए एक बड़ा वरदान बताते हुए उन्होंने कहा कि एनईपी एक साथ दो डिग्री हासिल करने में सक्षम बनाती है। जिससे छात्र अपनी गति से शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।

--आईएएनएस

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