ग्लोबल महाकुंभ : मैड्रिड के इंटरनेशनल टूरिज्म ट्रेड फेयर से दुनिया को दिया जाएगा निमंत्रण

Caption : Prayagraj: A social worker gestures during the religious procession of Panchayati Mahanirvani Akhara ahead of the Maha Kumbh Mela 2025 in Prayagraj on Thursday, January 02, 2025. (Photo: IANS)

महाकुंभ नगर, 4 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश को पर्यटन के लिहाज से मोस्ट फेवर्ड डेस्टिनेशन के तौर पर प्रचारित-प्रसारित करने के प्रयास में एक कदम आगे बढ़ते हुए योगी सरकार स्पेन के मैड्रिड और जर्मनी के बर्लिन के टूरिज्म फेयर में प्रदेश के टूरिज्म ऑफरिंग्स को शोकेस करने जा रही है।

इस दौरान, प्रदेश में आयोजित हो रहे महाकुंभ को भी 'मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत' के तौर पर इन दोनों ही टूरिज्म और ट्रेड फेयर में शोकेस किया जाएगा।

सीएम योगी के विजन के अनुसार, उत्तर प्रदेश में हो रहा 'महाकुंभ 2025' धार्मिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक धरोहर होने के साथ ही कई मायनों में विशिष्ट है। इसी विशिष्टता को दोनों प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में पूरी प्रमुखता के साथ दर्शाने की तैयारी उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने कर ली है। इसमें न केवल सकल विश्व को इस विरासत का हिस्सा बनने और साक्षात्कार करने का निमंत्रण दिया जाएगा, बल्कि, इसकी विशिष्टताओं समेत उत्तर प्रदेश की अन्य टूरिज्म ऑफरिंग्स को भी शोकेस किया जाएगा।

स्पेन की राजधानी मैड्रिड में 24 से 28 जनवरी के मध्य आयोजित 'इंटरनेशनल टूरिज्म ट्रेड फेयर' में 'महाकुंभ 2025' को केंद्रित करते हुए उत्तर प्रदेश की टूरिज्म ऑफरिंग्स को प्रदर्शित किया जाएगा। यहां 40 स्क्वायर मीटर के थीमैटिक भव्य पवेलियन का निर्माण किया जाएगा।

वहीं, जर्मनी के बर्लिन में 4 से 6 मार्च के बीच आयोजित होने वाले 'आईटीबी बर्लिन 2025' में महाकुंभ की सफलताओं को प्रदर्शित करने के साथ ही उत्तर प्रदेश की टूरिज्म ऑफरिंग्स को शेयर किया जाएगा। यहां भी 40 स्क्वायर मीटर के भव्य पवेलियन का निर्माण किया जाएगा।

दोनों ही स्थानों में बी2बी और बी2सी सेशंस के संचालन के लिए वीआईपी लाउंज बनाए जाएंगे, साथ ही अंग्रेजी समेत स्थानीय भाषाओं में प्रचार सामग्री भी उपलब्ध करायी जाएगी। यहां उत्तर प्रदेश को 'ब्रांड यूपी', बुद्ध और सनातन आस्था की भूमि के तौर पर प्रोजेक्ट करने के साथ ही सभी प्रमुख टूरिस्ट सेक्टर्स और प्रदेश में निवेश परक माहौल के अंतर्गत विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए भावी निवेशकों से संवाद भी किया जाएगा।

इन दोनों ही देशों समेत आसपास के देशों के टूर ऑपरेटर्स समेत टूरिज्म सेक्टर से जुड़े विभिन्न स्टेकहोल्डर्स के साथ भी संवाद स्थापित किया जाएगा। यहां उत्तर प्रदेश की समृद्ध आध्यात्मिक, सांस्कृतिक थाती के साथ ही ओडीओपी प्रोडक्ट्स और राज्य के पारंपरिक उत्पादों को भी प्रमोट किया जाएगा।

--आईएएनएस

एबीएम/