शहडोल, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक ‘प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना’ गरीबों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है। मध्य प्रदेश के शहडोल में लाभार्थी विनय पांडेय को इस योजना की वजह से आर्थिक तौर पर काफी बचत हो रही है।
लाभार्थी विनय पांडेय ने पीएम मोदी का आभार व्यक्त करते हुए योजना की तारीफ की। उन्होंने बताया कि मेरी लगभग 10 वर्षों से किडनी खराब है और डायलिसिस करवा रहा हूं। शहडोल जिला चिकित्सालय में डायलिसिस की सुविधा नहीं होने की वजह से जबलपुर जाकर अपना डायलिसिस करवाना पड़ता था, जिसमें काफी खर्च आता था। हालांकि, आयुष्मान भारत योजना की जानकारी मिलने के बाद कार्ड बनवाया गया। मैं पिछले पांच सालों से इसी कार्ड के माध्यम से डायलिसिस करवा रहा हूं। पहले काफी खर्चा हो जाता था, लेकिन अब बचत हो रही है।
लाभार्थी अमित गुप्ता ने बताया कि मैं साल 2017 से किडनी की बीमारी से जूझ रहा हूं। मैं पहले प्राइवेट अस्पताल में डायलिसिस करवाता था, लेकिन मध्यम वर्गीय परिवार से होने के कारण डायलिसिस के लिए 20 से 25 हजार रुपये महीने खर्च होते थे। मुझे जानकारी मिली कि आयुष्मान भारत योजना से जिला अस्पताल शहडोल में नि:शुल्क डायलिसिस हो रहा है। इसके बाद मैंने अपना कार्ड बनवाया और अब फ्री डायलिसिस करा रहा हूं। मैं पीएम मोदी का आभार व्यक्त करता हूं, जिनकी वजह से डायलिसिस करा पा रहा हूं।
सीएमएचओ डॉ. राजेश मिश्रा ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत डायलिसिस की सुविधा किडनी के मरीजों को निःशुल्क दी जाती है। वर्तमान में 57 लाभार्थी हैं, जो डायलिसिस की सुविधा का लाभ ले रहे हैं। इस योजना के तहत लगभग 7 लाख कार्ड बनाए जा चुके हैं, जिसके तहत लगभग 46 हजार मरीज इस योजना से अपना उपचार करा चुके हैं।
उन्होंने आगे कहा, "शासन ने 36 करोड़ रुपये का लाभ दिया है। अब शहडोल जिला चिकित्सालय में रात्रि में भी डायलिसिस की सुविधा मुहैया कराई जा रही है, जिसके चलते रात में भी मरीज इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं।"
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