संदेशखाली पर विपक्षी दलों की खामोशी, भाजपा नेता ने पूछे तीखे सवाल

Ravi Shankar Prasad

नई दिल्ली, 21 फरवरी (आईएएनएस)। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में संदेशखाली में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस दौरान रविशंकर प्रसाद ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अरविंद केजरीवाल समेत सभी विपक्षी पार्टियों पर हमला बोला।

भाजपा नेता ने कहा कि संदेशखाली में जो हो रहा है, वह आप सबके सामने है। हाईकोर्ट ने क्या टिप्पणी की है, वह भी आप सबको पता है और वहां पर महिलाओं के साथ क्या-क्या हो रहा है, वो किसी से अब छुपा नहीं है। ममता बनर्जी इसे डिफेंड कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि मैं सभी मीडिया के लोगों को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने इसे काफी प्रमुखता से दिखाया है और पत्रकार की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा भी करता हूं। उन्होंने कहा कि पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिससे क्या छुपाना चाहती हैं ममता जी और क्यों छुपाना चाहती हैं ममता जी।

उन्होंने ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अपने पॉलिटिकल करियर को बचाने के लिए वह महिलाओं की इज्जत-आबरू भी दांव पर लगा रही हैं। क्या ममता बनर्जी का दमन सीपीएम से भी आगे निकल गया है।

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कोलकाता से मात्र 75 से 80 किलोमीटर दूर लोगों की जमीन छीनी जा रही है, उनकी फसलों को बर्बाद किया जा रहा है। उन्हें कोई दूसरा काम नहीं करने दिया जा रहा है। मां-बहनों की इज्जत-आबरू बर्बाद की जा रही है। भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय मंच से इसकी भर्त्सना करती है। ममता बनर्जी को इसका जवाब देना पड़ेगा और राजनीतिक रूप में भी जनता से उन्हें करारा जवाब मिलेगा।

रविशंकर प्रसाद ने विपक्षी पार्टियों पर भी हमला बोलते हुए कहा कि हर मुद्दे पर जमकर बोलने वाले राहुल गांधी संदेशखाली के मुद्दे पर चुप क्यों है। न सिर्फ राहुल गांधी बल्कि प्रियंका गांधी और महान विभूति केजरीवाल भी मौन धारण किए हुए हैं। वहीं, भाजपा सरकार 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की बात करती है तो उसे पूरा करके दिखाती है।

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी संदेशखाली में जो कुछ भी हुआ उसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण मानती है। बीजेपी सारे इंडिया गठबंधन के बिखरते हुए नेताओं से सवाल करना चाहती कि आप क्यों खामोश हैं। क्या संदेशखाली की बहनों-माताओं की इज्जत की कोई परवाह नहीं है।

--आईएएनएस

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