सामाजिक आर्थिक भिन्नता, मेलजोल का अभाव, परीक्षा का तनाव छात्रों में पैदा कर रहा विकार
नई दिल्ली, 19 मार्च (आईएएनएस)। बीते दिनों चेन्नई, तेलंगाना, राजस्थान, मुंबई, पुणे, वाराणसी आदि समेत अन्य कई शहरों में छात्रों द्वारा आत्महत्या जैसे दुखद कदम उठाने की घटनाएं सामने आई हैं। अलग-अलग शहरों में छात्रों द्वारा की गई आत्महत्या के अलग-अलग कारण हो सकते हैं। लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ बताता है कि लगभग 10 प्रतिशत किशोर वैश्विक स्तर पर मानसिक विकार का अनुभव करते हैं।